नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (13 जनवरी) को एक बार फिर दिल्ली के जाट समुदाय को केंद्र की अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) लिस्ट में शामिल करने की मांग की। केजरीवाल ने इस सिलसिले में अपने आवास पर जाट नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से कुछ इलाकों में, खासकर बाहरी क्षेत्रों में, जाट समुदाय का एक बड़ा वोट बैंक है।
केजरीवाल का बयान
केजरीवाल ने कहा, “यहां के जाट दिल्ली की OBC लिस्ट में शामिल हैं, लेकिन केंद्र की लिस्ट में नहीं हैं। राजस्थान के जाटों को दिल्ली विश्वविद्यालय, एम्स, सफदरजंग अस्पताल और केंद्रीय सरकारी संगठनों में नौकरी मिल सकती है, लेकिन दिल्ली के जाटों को नहीं।”
मोदी और शाह से सवाल
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं से सवाल करते हुए पूछा, “वे दिल्ली के जाटों को केंद्र की OBC सूची में कब शामिल करेंगे?” उन्होंने यह भी कहा कि जाट नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने पिछले 10 सालों से आरक्षण के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा धोखा दिए जाने और अन्याय पर गुस्सा व्यक्त किया।
बीजेपी का पलटवार
इससे पहले, पिछले हफ्ते केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली के जाट समुदाय को केंद्र की OBC सूची में शामिल करने की मांग की थी। केजरीवाल की इस मांग पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने इसे “चुनावी हथकंडा” करार दिया। बीजेपी के लोकसभा सांसद ने कहा, “पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में रही सरकार ने इस मुद्दे को विधानसभा या किसी सार्वजनिक मंच पर नहीं उठाया… आरक्षण देना राज्य सरकार का विषय है।”